कोरोना वायरस के बढ़ते केसों को देखते हुए लॉकडाउन का असर आगामी 15 अप्रैल के बाद होने वाले विवाह मुहूर्त पर पड़ेगा। इससे मैरिज गार्डन और शादी हॉल में होने वाली 350 शादियाें की तारीखों को आगे बढ़ाना पड़ेगा। संचालकों का कहना है कि 22 मार्च के बाद से मैरिज गार्डन और शादी हॉल बंद हैं। पहले प्रशासन ने 31 मार्च तक इनको बंद रखने के आदेश जारी किए थे। बाद में इसे बढ़ाकर 14 अप्रैल कर दिया गया।
चूंकि शहर में लगातार कोरोना के नए पॉजिटिव मरीज मिले रहे हैं। ऐसे में अनुमति मिलना मुश्किल है। शहर के छोटे-बड़े 175 से ज्यादा गार्डन में बुकिंग है। लाॅकडाउन का असर शादी- ब्याह के बाजार पर भी पड़ा है। सराफा बाजार काे ही 32 कराेड़ के नुकसान का अनुमान है। 26 अप्रैल काे अक्षय तृतीया के दिन सबसे ज्यादा शादियां हाेनी थी। इसके लिए सराफा बाजार में 15 कराेड़ के काराेबार का अनुमान है। श्री सराफा एसाेसिएशन चाैक बाजार के अध्यक्ष नरेश अग्रवाल कहते हैं कि शादी- ब्याह टलने से सराफा बाजार काे कराेड़ाें का नुकसान हाेगा, लेकिन लाॅकडाउन का सख्ती से पालन करना भी जरूरी है। बाजार काे उबरने में वक्त लगेगा।
क्रॉकरी, टेंट-लाइट
क्रॉकरी और टेंट लाइट से जुड़े मुकेश अहिरवार ने बताया कि शादियों के लिए जिन लोगों ने एडवांस बुकिंग कराई थी। उनकी शादी आगे की तारीखों में होती है तो राशि एडजस्ट कर ली जाएगी। जिनको राशि वापस चाहिए, उनको लौटा दी जाएगी।
कपड़ा व्यवसाय
न्यू मार्केट व्यापारी महासंघ के अध्यक्ष सतीश गंगराड़े के मुताबिक विवाह टलने से 40 कराेड़ से ज्यादा का घाटा हाेगा। भाेपाल वस्त्र व्यवसायी संघ के अध्यक्ष राजेंद्र अग्रवाल कहते हैं कि लखेरापुरा- इब्राहिमपुरा, चाैक बाजार काे 12 कराेड़ से ज्यादा के नुकसान का अनुमान है।
संक्रमण से बचाव जरूरी
श्याम सुंदर गोपलानी, प्रवक्ता, लालघाटी मैरिज गार्डन एसोसिएशन के मुताबिक, हर गार्डन में दो से तीन शादियाें की बुकिंग है। लॉकडाउन बढ़ा तो शहर में होने वाली शादियां नहीं हो पाएंगी। जिन लोगों ने बुकिंग करा रखी है, उनको आगे की तारीखें लेने को कहा जा रहा है।