भोपाल दुग्ध संघ (सांची) का भोपाल स्थित प्लांट। सुबह दफ्तर खुलने के समय सीईओ डॉक्टर केके सक्सेना अपनी जीप से पहुंचे। मेन गेट पर माैजूद एक कर्मचारी ने सैनिटाइजर से उनके हाथ धुलवाए, थर्मल स्कैनिंग की यानी बाॅडी टेंपरेचर मापा। फिर उन्हें फुहाराें से नहलाकर सैनिटाइज किया। उसके बाद सीईओ प्लांट के गेट पर पहुंचे ताे वहां सुरक्षा के लिए तैनात रिटायर्ड आर्मी ऑफिसर द्वारा थर्मल स्कैनिंग की गई। फिर वहां रखे दाे ट्रे में भरे सैनिटाइजर में उन्हें अपने जूते गीले करके आगे बढ़ना पड़ा। फिर 10 बाय 10 साइज के स्टीम सैनिटाइजेशन रूम में जाना पड़ा। जहां 45 डिग्री तापमान था। यहां स्टीम लेने के लिए करीब 2 मिनट खड़े रहना पड़ा। इसके बाद ही सीईओ डॉ. सक्सेना को प्लांट के भीतर पहुंच सके। वहां पहुंचने पर भी सबसे पहले हाथ धुलवाए गए।
हबीबगंज स्थित दुग्ध संघ के प्यून-सिक्याेरिटी गार्ड से लेकर सीईओ तक सभी अधिकारियाें व कर्मचारियाें काे राेजाना इस प्रक्रिया से गुजरना पड़ रहा है। काेराेना वायरस के संक्रमण से बचाव के मद्देनजर दुग्ध संघ में इस कदर एहतियात बरती जा रही है। प्लांट के अलावा दफ्तर में तैनात कर्मचारियाें काे इसी प्रक्रिया से गुजरना पड़ रहा है।
